Sovereign Gold Bond: सस्ता और 24 कैरेट खरा सोना खरीदने का मौका, अगले 5 दिन तक खुली है स्कीम; जानिए डीटेल
Sovereign Gold Bond scheme: सॉवरेन गोल्ड बॉड की मैच्योरिटी 8 साल की होती है. लेकिन पांच साल बाद अगले ब्याज भुगतान की तारीख पर आप इस स्कीम से निकल सकते हैं.
(Representational Image)
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Sovereign Gold Bond scheme: सस्ता और 24 कैरेट खरा सोना खरीदने की सोच रहे हैं, तो आपके पास एक मौका है. रिजर्व बैंक (RBI) की सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB 2021-22 series 6) की छठवीं किस्त का सब्सक्रिप्शन अगस्त से खुल गया है. अगले पांच दिन यानी 3 सितंबर तक इस स्कीम में निवेश किया जा सकता है. सरकार ने मई 2021 से सितंबर 2021 के बीच छह किस्तों में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जारी करने का एलान किया था.
SGB का इश्यू प्राइस
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम (Sovereign Gold Bond scheme) 2021-2022 की छठी सीरीज के लिए इश्यू प्राइस 4,732 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है. इसका मतलब कि 10 ग्राम के लिए आपको 47,320 रुपये खर्च करने होंगे. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश SBI के जरिए भी ऑनलाइन किया जा सकता है. एसबीआई ने इसको लेकर एक ट्वीट भी किया है. अगर आप डिजिटल तरीके से गोल्ड बॉन्ड में निवेश करते हैं तो 50 रुपये की एक्स्ट्रा छूट मिलेगी. आरबीआई के मुताबिक, ऐसे निवेशकों के लिए गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 4,682 रुपये प्रति ग्राम होगा. इस तरह, प्रति दस ग्राम पर 500 रुपये की छूट मिलेगी.
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कहां खरीद सकेंगे सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड?
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्मॉल फाइनेंस बैंक और पेमेंट बैंक को छोड़ कर सभी बैंक, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SHCIL), अथराइज्ड पोस्ट ऑफिसेस, मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों (Stock Exchanges), नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (BSE) से खरीदे जा सकते हैं.
SGB: 8 साल होती है मैच्योरिटी
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) की मैच्योरिटी आठ साल होती है. जबकि, लॉक इन पीरियड पांच साल है. इसका मतलब है कि आप पांच साल बाद बॉन्ड बेच सकते हैं. लेकिन, इस बात का ध्यान रखें, अगर आपने एसजीबी को मैच्योरिटी तक बनाए रखा, तो आपको निवेश पर कोई कैपिटल गेन टैक्स नहीं देना होगा. वहीं, आपको 2.5 फीसदी सालाना ब्याज मिलेगा, जिसका भुगतान हर छह महीने पर किया जाएगा. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड लंबी अवधि के नजरिए से सोने में निवेश का एक बेहतर विकल्प है.अगर निवेशक मैच्योरिटी तक बॉन्ड को रखता है, तो उसे इसका अच्छा फायदा होगा. एक और अहम बात यह भी है कि एसजीबी को सेकंडरी मार्केट में भी बेचा जा सकता है.
SGB: कौन कर सकता है निवेश
गोल्ड बॉन्ड में कोई भी व्यक्ति और हिंदू अविभाजित परिवार (HUF) ज्यादा से ज्यादा चार किलो तक की कीमत का गोल्ड बॉन्ड खरीद सकता है. ट्रस्ट और ऐसी ही दूसरी संस्थाओं के लिए यह लिमिट 20 किलो सोने के बराबर कीमत तक रखी गई है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड ज्वाइंट नाबालिग के नाम पर भी खरीद सकते हैं. नाबालिग के मामले में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को लेने के लिए उसके माता-पिता या कानूनी अभिभावक को अप्लाई कर सकते हैं.
04:34 PM IST